जिन्होंने तुम्हे अपना नेता मान लिया है उनके साथ चलने में क्या चुनौती ,,,,चुनौती उन्हें साथ लेकर चलने में है जो तुम्हे अपना नेता ही न माने
There is no challenge to lead those who accepted you as a leader, biggest challenge is to manage those who never accepted you as a lead.
विजय यात्रा कभी भी मित्रों को संतुष्ट करने का अभियान नहीं होती |
अपने दल में अयोग्य मित्र को चुनने से अच्छा है योग्य शत्रु चुन लो |
Victory tour cannot be the campaign to satisfy your friends, better to chose capable enemy in your team rather than incapable friend.
मित्र अर्जित किये जाते ,बनाए नहीं जाते |
Friends are earned , not made.
There is no challenge to lead those who accepted you as a leader, biggest challenge is to manage those who never accepted you as a lead.
विजय यात्रा कभी भी मित्रों को संतुष्ट करने का अभियान नहीं होती |
अपने दल में अयोग्य मित्र को चुनने से अच्छा है योग्य शत्रु चुन लो |
Victory tour cannot be the campaign to satisfy your friends, better to chose capable enemy in your team rather than incapable friend.
मित्र अर्जित किये जाते ,बनाए नहीं जाते |
Friends are earned , not made.
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