एक आदमी की एक लड़की और तीन लड़के थे , लड़की का नाम ईमानदारी , एक लड़का बकर ,दूसरा उसूल और तीसरा सबसे बड़ा लड़का भ्रस्टाचार। साथ ही एक रिश्तेदार थी पुलिस ,और पड़ोस में रहने वाली लड़की बेईमानी ।
चारों को पालपोष के बड़ा किया अब उसने चुनाव लड़ने की सोची ,सबका क्या करना है सोच लिया
लड़की जवान हो रही थी तो सोचा किसी भी हालत में इसकी शादी चुनाव के तुरंत बाद करके विदा कर ही दूंगा। बकर जब मेरी जबान लड़खड़ाने लगेगी तब काम आएगा ।
सबसे बड़ा बेटा भ्रस्टाचार है उसको बोलूंगा तो बईमानी से शादी करके स्विट्ज़रलैंड चला जा बस टाइम पे पैसा भेजते रहना। जब पुलिस कभी तुझसे मिलने आएगी तो बोल दूँगा तू यहाँ नहीं रहता ।
अब चिंता उसे उसूल की थी ,उसने बोल पिताजी मेरे लिए क्या प्लान है , आदमी बोल साले तुझे तो में हमेशा तेल लेने ही भेजूंगा।
चारों को पालपोष के बड़ा किया अब उसने चुनाव लड़ने की सोची ,सबका क्या करना है सोच लिया
लड़की जवान हो रही थी तो सोचा किसी भी हालत में इसकी शादी चुनाव के तुरंत बाद करके विदा कर ही दूंगा। बकर जब मेरी जबान लड़खड़ाने लगेगी तब काम आएगा ।
सबसे बड़ा बेटा भ्रस्टाचार है उसको बोलूंगा तो बईमानी से शादी करके स्विट्ज़रलैंड चला जा बस टाइम पे पैसा भेजते रहना। जब पुलिस कभी तुझसे मिलने आएगी तो बोल दूँगा तू यहाँ नहीं रहता ।
अब चिंता उसे उसूल की थी ,उसने बोल पिताजी मेरे लिए क्या प्लान है , आदमी बोल साले तुझे तो में हमेशा तेल लेने ही भेजूंगा।
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